खाटू में मिला लावारिश नवजात, बाल कल्याण समिति ने रखा नाम ‘स्वतंत्र’

खाटू में मिला लावारिश नवजात, बाल कल्याण समिति ने रखा नाम ‘स्वतंत्र’

सीकर– स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर खाटू में एक हृदय विदारक किंतु संवेदनाओं से भरी घटना सामने आई। एक अज्ञात महिला ने मात्र पांच दिन के मासूम शिशु को एक 9 साल की लड़की को यह कहकर सौंप दिया कि वह थोड़ी देर में लौटेगी, किंतु वह महिला वापस नहीं लौटी। स्थिति संदिग्ध जानकर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शिशु को सुरक्षित अपने संरक्षण में लेते हुए तुरंत राजकीय मातृ एवं शिशु केंद्र, जनाना अस्पताल सीकर में भर्ती करवाया।

स्वास्थ्य परीक्षण और नामकरण

बाल कल्याण समिति ने अस्पताल पहुंचकर बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उसका हाल जाना। डॉक्टरों के अनुसार बच्चे की स्थिति फिलहाल स्थिर है। समिति की ओर से इस नवजात का नामकरण कर ‘स्वतंत्र’ रखा गया—जिससे यह मासूम पूरे जीवनभर स्वतंत्रता दिवस की पावन स्मृति से जुड़ा रहेगा।
इस मौके पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंकुर बहड़, सदस्य बिहारी लाल बालान, को-ऑर्डिनेटर नरेश गुर्जर, शिशु गृह की नर्सिंग स्टाफ रितु तथा सोशल वर्कर देवी लाल मौजूद रहे। समिति ने शिशु के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

गोद लेने की प्रक्रिया:

बाल कल्याण समिति सदस्य बिहारी लाल बालान ने बताया कि शिशु को गोद लेने के इच्छुक परिवार भारत सरकार के कारा (CARA) के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और कानूनी है, ताकि बच्चे का जीवन सुरक्षित और सम्मानजनक बन सके।

बाल कल्याण समिति ने अपील की कि—
“कोई भी माता-पिता अपने नवजात शिशुओं को अजनबी लोगों को न सौंपे और न ही उन्हें असुरक्षित स्थिति में छोड़ें। यदि पालन-पोषण में कठिनाई है, तो बच्चे को सुरक्षित रूप से पालना गृह सरकारी या मान्यता प्राप्त संस्थाओं के हवाले करें। हर बच्चे को जीने और सुरक्षित वातावरण में पनपने का अधिकार है।

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