कार्यक्रम: केशवानन्द में हुआ ‘द पावर ऑफ सॉल’ कार्यक्रम का आयोजन
कार्यक्रम विश्व धर्म चेतना मंच तिरूपति आंघ्रप्रदेश की ओर से श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मऋषि गुरूदेव की प्रेरणा से किया गया. बच्चो को 'द पावर ऑफ सॉल' कार्यक्रम के उद्देश्य, प्रस्तावना एवं इतिहास की जानकारी दी गई.
स्वामी केशवानन्द शिक्षण संस्थान समूह भढाडर सीकर में सिद्धासना द पावर ऑफ सॉल कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम विश्व धर्म चेतना मंच तिरूपति आंघ्रप्रदेश की ओर से श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मऋषि गुरूदेव की प्रेरणा से किया गया.कार्यक्रम के प्रारम्भ में प्रदेश संयोजक संजय शर्मा ने सिद्धासना द पावर ऑफ सॉल कार्यक्रम के उद्देश्य, प्रस्तावना एवं इतिहास की जानकारी देते हुए बताया कि सिद्धेश्वर महाराज डॉक्टरों के अनुसार बोलने में सक्षम नहीं है व अधिक समय तक जीवित नहीं रह सकते. जब महाराज के परिवार वाले ब्रहम्ऋषि के पास लेकर गये तो उन्होने भविष्यवाणी की, यह बच्चा ग्रहस्थ आश्रम के लिए नहीं बना है बल्कि सन्यासी के लिए पैदा हुआ है.
सिद्धेश्वर महाराज ने साइंस एवं टेक्नोलॉजी की पढाई में गोल्ड मैडल हासिल किया. विश्व धर्म सम्मेलन में भी कई बार भारत का मान बढाया. सिद्धासना टीम की मुख्य सदस्य न्रमता मेहता ने विद्यार्थियों को योग प्राणायाम के माध्यम से बच्चों के तनाव, थकान, मानसिक व शारीरिक विकास के गुर सिखाये. अंत में आत्मा को परमात्मा के साथ साक्षात करने की योग विद्या बताई.
विश्व धर्म चेतना मंच के राष्ट्रीय संयोजक भूपेन्द्र जैन ने संस्था का आभार जताते हुए बताया कि बच्चे नियमित रूप से योग साधना करेगें तो मन शांत चित्त होगा. संस्थान निदेशक रामनिवास ढाका ने सिद्धासना द पावर ऑफ सॉल के सदस्यों का अभिनंदन करते हुये बताया कि शिक्षण संस्थान धार्मिक सद्भावना के लिए इस प्रकार के सेमीनार समय समय पर आयोजित करवाता रहा है.
कार्यक्रम के दौरान बह्मऋषि आश्रम से डॉ महीपाल फेनिन, संस्थान चैयरमेन सुरेन्द्र सिंह ढाका, डिग्री कॉलेज प्राचार्य एलके तंवर, नर्सिंग कॉलेज प्राचार्य महेश कुमावत, स्कूल प्रभारी जुगल किशोर जांगिड, शारीरिक शिक्षक सफी मोहम्मद, अनिल गिल, प्रबंधन सदस्यों सहित समस्त स्टाफ एवं बच्चे उपस्थित रहे.
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