गहलोत सरकार का महिलाओं को तोहफा: रोडवेज बसों के किराए में महिलाओं को 50 फीसदी छूट, एक अप्रैल से लागू

राजस्थान रोडवेज की बसों में अब महिलाओं को सिर्फ 50 प्रतिशत किराया ही देना होगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महिलाओं को राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की साधारण बसों में राज्य की सीमा में किराए की छूट सीमा में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.

राजस्थान में महिलाओं को एक अप्रैल से रोडवेज बस में आधा किराया देना होगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट में भाषण में महिलाओं को किराये में 50 फीसदी की छूट देने की घोषणा की थी, जो अगले महीने से लागू होगी. हालांकि 50 फीसदी की छूट केवल साधारण श्रेणी की बसों में ही मिलेगी. एसी, स्लीपर कोच या स्टार लाइन बसों में महिलाओं को पहले की तरह 30 फीसदी की ही छूट मिलेगी.

राजस्थान रोडवेज प्रशासन की ओर से भेजे गए इस प्रस्ताव को आज मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है. वर्तमान में राज्य में रोडवेज की ओर से महिलाओं को किराये में 30 फीसदी की छूट दी जाती है. ये छूट राजस्थान की सीमा के अंदर दी जाती है, जो सभी श्रेणी एसी, स्लीपर, स्टार लाइन में मिलती है. मुख्यमंत्री ने पिछले महीने जब बजट पेश किया तो उसमें इस छूट की सीमा को 30 से बढ़ाकर 50 फीसदी करने की घोषणा की.

हालांकि 50 फीसदी किराया केवल राजस्थान सीमा में और साधारण श्रेणी की बस में यात्रा करने पर मिलेगा. अगर कोई महिला एसी बस या दूसरी श्रेणी की बस में सफर करती है तो उसे पहले की तरह 30 फीसदी ही छूट मिलेगी.

राज्य में किराये में छूट बढ़ाने पर इसका भार रोडवेज पर आएगा. रोडवेज को हर साल 3.50 करोड़ रुपए का घाटा उठाना पड़ेगा. हालांकि इस घाटे की भरपाई राज्य सरकार अपने सरकारी कोष से करेगी. आपको बता दें कि राज्य में वर्तमान में करीब केवल 3300 बसों का संचालित किया जा रहा है. इसमें सभी श्रेणी की बसें शामिल है.

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