जीण माता मंदिर में 22 मार्च से शुरू होगा नवरात्र मेला, इन चार चीजों पर होगा प्रतिबंध, बैठक में हुआ फैसला

सीकर के ऐतिहासिक जीण माता मंदिर में नवरात्र मेला 22 मार्च से शुरू हो जाएगा. मेले की तैयारियों के लिए प्रशासन ने जीणमाता मंदिर के जीणवाटिका धर्मशाला में बैठक की. बैठक में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने पर चर्चा की.

सीकर के ऐतिहासिक जीण माता मंदिर में नवरात्र मेला 22 मार्च से शुरू हो जाएगा. मेले की तैयारियों के लिए प्रशासन ने सोमवार को जीणमाता मंदिर के जीणवाटिका धर्मशाला में बैठक की. बैठक में प्रशासन के अधिकारियों ने मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने पर चर्चा की. इसके अलावा श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी ना हो, इस पर भी चर्चा की गई. मेले में पशुबलि पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी, इसके अलावा शराब, डीजे व पॉलीथिन पर  भी पाबंदी रहेगी.

दांतारामगढ़ एसडीएम प्रतिभा वर्मा ने कहा कि श्रद्धालुओं के सुविधार्थ तय की गई जिम्मेदारियों को विभाग गंभीरता से लें. मेले के दौरान डीजे व पॉलीथीन, शराब व पशुबलि पर स्थाई रूप से जारी प्रतिबंधों की सख्ती से पालना सुनिश्चित करने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए गए. सार्वजनिक विभाग की सहायक अभियंता अल्का सिंह मील ने बताया कि जीणमाता से जुड़े विभिन्न सड़क मार्गों के निर्माण व मरम्मत कार्य तेजी से चल रहा है. जीणमाता होकर बनाए जा रहे स्टेट हाइवे के निर्माण में बासड़ी गांव में आ रही समस्या पर भी बैठक में चर्चा हुई.

पुलिस उपाधीक्षक जाकिर अख्तर ने बताया कि मेले के दौरान करीब 800 पुलिस कर्मियों का जाप्ता तैनात किया जाएगा. जीणमाता थानाधिकारी रामवतार ने मेले के दौरान सुरक्षा बिन्दुओं की जानकारी दी. चिकित्सा विभाग मेले में चार स्थानों पर चिकित्सा शिविर लगाया जिनमें सभी प्रकार की दवाइयां उपलब्ध रहेगी. श्री जीणमाता मंदिर ट्रस्ट की तरफ मंदिर परिसर में पेयजल, बरिकेट्स, सफाई व सुलभ दर्शन की विभिन्न व्यवस्थाएं करवाई जाएंगी.

सरपंच सुभाष शेषमा ने बताया कि वाहन पार्किंग, सफाई, रोशनी, पेयजल आदि पंचायत से संबंधित व्यवस्थाए तय समय पर पूरी हो जाएंगी. पानी के लिए ग्राम पंचायत व पेयजल विभाग टैंकरों की व्यवस्था करेंगे. विद्युत विभाग के अधिशांषी अभियंता प्रभूसिंह थाकन ने बताया कि मेले के दौरान विद्युत आपूर्ति चौबीसों घंटे रहेगी. बैठक के बाद अधिकारियों ने मेला स्थल का जायजा लिया.

मुख्य मंदिर में श्री जीणमाता मंदिर ट्रस्ट के महेन्द्र पुजारी, बजरंग पुजारी, रूपचंद पुजारी, दीपक पाराशर व रिछपालसिंह चौहान ने व्यवस्थों की जानकारी दी. मेले में 10 फीट से ऊंचे ध्वज निशान मेला स्थल पर प्रवेश नहीं देने के निर्देश भी दिए गए. इस दौरान तहसीलदार विपुल चौधरी, नायब तहसीलदार पलसाना महिपाल सिंह, ग्राम विकास अधिकारी सुभाष चंद्र, गिरदावर शंकरलाल सैन, हल्का पटवारी राजेश कुमार आदि थे. 

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