डॉ. जी. सतीश रेड्डी का संबोधन: “भारत जल्द विज्ञान में वैश्विक नेतृत्व करेगा”…
शेखावाटी विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर युवा संवाद, छात्रों को किया प्रेरित; विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की तेजी से हो रही प्रगति पर प्रकाश
शेखावाटी विश्वविद्यालय में भारतीय एयरोनॉटिकल सोसायटी के अध्यक्ष और डीआरडीओ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने एक विशेष संवाद कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित किया। ‘विकसित भारत: युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का महत्व’ विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. रेड्डी ने छात्रों को बताया कि किस तरह विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत नई दिशा में आगे बढ़ रहा है और निकट भविष्य में वैश्विक नेतृत्व करने की ओर अग्रसर है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय में नई विज्ञान अनुसंधान प्रयोगशालाओं का भी लोकार्पण किया गया। डॉ. रेड्डी ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाकर और अपने लक्ष्यों पर केंद्रित होकर मेहनत करें, सफलता अवश्य मिलेगी। देश के विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि 2016 में भारत में जहां सिर्फ 450 स्टार्टअप थे, वहीं अब इनकी संख्या डेढ़ लाख से भी अधिक हो चुकी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. अनिल कुमार राय ने युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और दायित्व बोध की आवश्यकता पर जोर दिया। डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनन्त नारायण भट्ट और निम्स विश्वविद्यालय के प्रो. चांसलर प्रो. अमरीका सिंह विशिष्ट अतिथि रहे।
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