नियमित रक्तदाताओं ने पेश की मानवता की मिशाल, रक्तदान कर मरीज की बचाई जान

राजस्थान ब्लड डोनर ग्रुप में डिमांड डालने पर नियमित रक्तदाताओं ने रक्तदान कर सीकर के अगल अलग अस्पतालों में मरीजों को जान बचाई. सुभाष मील ने प्रसूता के लिए 38वीं तथा रचेता ने 25वीं बार रक्तदान किया. बी एल मील ने वैवाहिक वर्षगांठ पर प्रसूता के लिए 110 वीं बार रक्तदान किया.

सीकर के युवा रक्तदान शिविरों में रक्तदान करने के साथ-साथ पेसेंट को रक्त की जरूरत पर भी तुरंत ही रक्तदान के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं. सुधीर महरिया स्मृति संस्थान निदेशक, नेहरू युवा संस्थान सचिव एवं रक्त मोटीवेटर बी एल मील और मुकेश सैनी हर्ष ने बताया कि हरि हॉस्पिटल एवं ट्रोमा सेंटर , नवलगढ़ में भर्ती शरीफान बानो को होल ब्लड की जरूरत पड़ने पर तथा पहाड़ी झुंझुनू निवासी नानली देवी सैनी जोकि शिवालिक हॉस्पिटल सीकर में भर्ती थी है.

प्रसव के दौरान प्लेटलेट कम होने पर गम्भीर परिस्थिति में परिजनों द्वारा काफी प्रयास करने पर भी व्यवस्था नहीं होने पर राजस्थान ब्लड डोनर ग्रुप में डिमांड डालने पर नियमित रक्तदाता अनिल रचेता ने तुरंत शेखावाटी ब्लड सेंटर पहुंचकर 25 वीं बार तथा यालसर निवासी नियमित रक्तदाता सुभाष मील ने 38 वीं बार रक्तदान कर रोगी की जान बचाकर मानवता की एक मिसाल पेश की.

श्री कल्याण मेडिकल कॉलेज के सीनियर तकनीकी सलाहकार सत्येंद्र कुड़ी ने बताया कि सिहासन निवासी जैतल कंवर जो कि प्रसव के दौरान डॉ अंकिता बलारां हॉस्पिटल में भर्ती को प्रसव के दौरान प्लेटलेट कम होने पर जरूरत पड़ने पर नियमित रक्तदाता एवं मोटीवेटर बी एल मील अपने वैवाहिक वर्षगांठ पर मित्तल ब्लड बैंक पहुंचकर 110 वीं बार रक्तदान किया. यह पुनीत कार्य मानवता के लिए अच्छी पहल एवं प्रशंसनीय कदम है. 

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