मौसम में परिवर्तन का असर स्वास्थ्य पर: ओपीडी में बढ़ रही मरीजों की संख्या, निमोनिया की शिकायतें ज्यादा
सर्दी से बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. राजकीय बीडीके अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गई है. पर्ची व दवाइयों के काउंटर पर मरीजों की लंबी कतार नजर आ रही है.
राजस्थान में लगातार हो रहें मौसम में परिवर्तन से लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड रहा है, जिसके चलते बड़ो से लेकर बच्चें मौसम की चपेट में आ रहे है. सर्दी से बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. राजकीय बीडीके अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गई है. पर्ची व दवाइयों के काउंटर पर मरीजों की लंबी कतार नजर आ रही है. डॉक्टर भी मरीजों को दवाइयों के साथ साथ सर्दी से बचाव के उपाय रखने की सलाह दे रहे हैं.
जानकारी अनुसार मौसम में बार बार बदलाव हो रहा है. कभी दिन में तेज धूप व गर्मी रहती है तो कभी सर्द हवाएं चलती . मकर संक्रांति से पहले तो मौसम एक बार तो गर्म हो गया था. अब फिर से सर्दी ने जोर पकड़ लिया है.जिससे मौसमी बीमारियां भी बढ़ गई. लोग जुकाम, खांसी, बुखार व सर्दी से पीड़ित हो रहे हैं.
बच्चों में ठंड लगने से निमोनिया की शिकायतें ज्यादा आ रही हैं. जिसके चलते शहर के बीडीके अस्पताल में इलाज व परामर्श के लिए रोजाना मरीजों की भीड़ लग रही है. अस्पताल में जहां सामान्य दिनों में औसतन 1000 से 1200 के बीच में ओपीड़ी रहती है, वहीं अब मौसमी बीमारियों के चलते वर्तमान में करीब 1600 से ज्यादा की ओपीडी चल रही है. चिकित्सकों के अनुसार मौसम में हो रहे बदलाव होने एवं सर्दी से लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. हालात ये हो रहे हैं कि चिकित्सकों के चैंबर में दिखाने के लिए मरीजों की भीड़ लगी रहती है.
PMO डॉ. कमलेश झाझड़िया ने बताया कि मौसम में बदलाव होने से बीमारियों का प्रकोप बढ़ा है. अत्यधिक सर्दी से बच्चे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. 30 प्रतिशत लोग सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार आदि के बढ़े हैं. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र सिंह भांबू ने बताया कि सर्दी की वजह से बच्चों में निमोनिया, खांसी, दस्त व सर्दी लगने की ज्यादा शिकायतें सामने आ रही हैं. वर्तमान में ओपीडी में रोजाना करीब 300 से 400 बच्चे सर्दी, जुकाम, खांसी, दस्त व निमोनिया से पीड़ित आ रहे हैं. परिजनों को बच्चों की सही देखभाल की जानकारी दी जा रही है.
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