रोडवेज बसों की आय का गणित गड़बड़ाया: सर्दी में रोडवेज का यात्रा भार 15 प्रतिशत तक घटा, सुबह-शाम का कोहरा बना कारण

कोहरे के कारण अलसुबह और शाम को चलने वाली बसों में यात्री भार कम हो गया है. जिसके चलते आय पर भी असर पड़ा है.

राजस्थान में कड़ाके सर्दी ने जन जीवन प्रभावित कर दिया है. बसों में सफर करने वाले यात्रियों पर भी असर पड़ा है. तेज सर्दी आगार की रोडवेज बसों की आय का गणित गड़बड़ा गया है. कोहरे के कारण अलसुबह और शाम को चलने वाली बसों में यात्री भार कम हो गया है. जिसके चलते आय पर भी असर पड़ा है. देर रात और अल सुबह के कोहरे के कारण बसों की चाल धीमी होने के कारण बसें गंतव्य पर देरी से पहुंच रही हैं. इसके अलावा आगार से बसों का संचालन भी प्रभावित हो रहा है.

झुंझुनूं आगार की बसों में सर्दी के कारण यात्री भार करीब 15 फीसदी घट गया है. इन आगारों की अल सुबह और शाम को चलने वाली बसों में यात्रियों की संख्या काफी कम हो गई है. अल सुबह और शाम को चलने वाली बसों में यात्री काफी कम रहते हैं. बसों की अधिकांश सीटें खाली रहती हैं. जिसके चलते आगार की प्रतिदिन की आय करीब एक लाख रुपए कम हो गई है. सड़कों व खेतों में देर रात से लेकर सुबह तक सड़कों पर कोहरा छाया रहता है.

यह कोहरा वाहन चालकों को परेशान करने लगा है. कोहरे से दृश्यता कम हो जाती है. वाहनों के दिखाई नहीं देने से दुर्घटना का अंदेशा रहता है. जिसके चलते रोडवेज बसों की रफ्तार भी धीमी हो गई है. देर रात और अलसुबह चलने वाली रोडवेज बसें एक से डेढ़ घंटे देरी से पहुंच रही है. मैनेजर राकेश कुमार गढ़वाल ने बताया कि सर्दी के कारण करीब 15 फीसदी यात्री भार घट गया है. अलसुबह और शाम चलने वाली बसों में यात्रियों की संख्या कम हो गई है. जिससे प्रतिदिन आय में करीब एक लाख रुपए अंतर आ गया है. 

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