सलमान खान के खिलाफ काले हिरण शिकार मामला: जांच में नए खुलासे…
1998 के काले हिरण शिकार मामले में सलमान खान की गिरफ्तारी के बाद और भी गवाहों के बयान सामने आए
राजस्थान के जोधपुर जिले के कांकाणी इलाके में 26 सितंबर 1998 को हुए काले हिरण शिकार मामले में अब तक की सबसे बड़ी जांच सामने आई है। जिप्सी ड्राइवर हरीश दुलानी और अन्य चश्मदीद गवाहों के बयान के आधार पर फिल्म अभिनेता सलमान खान को 12 अक्टूबर 1998 को गिरफ्तार किया गया था। 16 अक्टूबर को उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी गई थी, हालांकि 17 अक्टूबर को डिस्ट्रिक्ट जज ने उन्हें 1 लाख रुपये के बॉन्ड पर जमानत दे दी थी।
पुलिस की जांच में पता चला कि सलमान खान और उनके साथी शिकार पर निकले थे। फिल्म हम साथ-साथ हैं की शूटिंग के दौरान सलमान खान जोधपुर के उम्मेद पैलेस में ठहरे हुए थे। जिप्सी ड्राइवर हरीश दुलानी ने बताया कि 26 सितंबर को उसे सलमान खान और अन्य फिल्मी सितारों को घूमाने की जिम्मेदारी दी गई थी। शाम 10 बजे के आसपास सलमान खान और अन्य लोग शिकार के लिए काले हिरणों के झुंड की ओर रवाना हुए थे।
दुलानी के मुताबिक, सलमान खान ने एक काले हिरण को देखते ही गोली चला दी, लेकिन दो फायर चूक गए। इसके बाद, सलमान ने सतीश शाह की मदद से काले हिरण को फिर से निशाना बनाया और गोली मारी। हिरण को घायल करने के बाद, सलमान खान और उनके साथियों ने जिप्सी से उतरकर उसे मार डाला। बाद में दोनों काले हिरणों को होटल की रसोई में ले जाकर पकाया गया।
इस मामले में सलमान खान और उनके सह आरोपियों, जैसे सतीश शाह, यशपाल सिंह, महेंद्र भाटी, कुलदीप चौधरी और राजू बन्ना के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की गई।
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