स्थापना दिवस: सीएलसी का 28वां स्थापना दिवस मनाया नवसंकल्प के साथ
सीकर के सीएलसी परिसर स्थित विजय ग्राउंड में मंगलवार शाम को छात्रों, शिक्षकों तथा अभिभावकों की उपस्थिति में माँ शारदे को नमन करते हुए दीप प्रज्वलन के साथ सीएलसी का 28वां स्थापना दिवस नव संकल्पोत्सव के रूप में मनाया गया.
सीएलसी संस्थान का 28वां स्थापना दिवस विजय ग्राउंड में मंगलवार को नव संकल्पोत्सव के रूप में मनाया गया. सीएलसी निदेशक इंजी. श्रवण चौधरी ने बताया कि मेडिकल एवं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए 31 जनवरी 1996 को सीकर शहर में सीएलसी की आधारशिला रखी गई थी. 1996 में महज 4 छात्रों के साथ शुरू हुआ. सीएलसी संस्थान आज शिक्षा रूपी वृहद वटवृक्ष का आकार ले चुका है और अपने 27 साल के सफर में हजारों घरों के चिरागों को सफल डॉक्टर व इंजीनियर बनाते हुए कई झोपड़ियों को महलों में बदल चुका है.
चौधरी ने बताया कि पूज्य गुरुदेव पं. हरीनाथ चतुर्वेदी के आशीर्वाद से संस्थान नित नई ऊंचाइयों को छूते हुए आज संपूर्ण भारत में अपनी अलग पहचान बना चुका है. इस अवसर पर चौधरी ने अपने 27 वर्ष के शानदार सफर के भागीदार रहे सभी छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों तथा शुभचिंतकों को याद करते हुए उनके द्वारा संस्था के प्रति जताए गए अपार विश्वास के लिए आभार प्रकट किया.
सीएलसी सीईओ साहिल चौधरी ने कहा कि सीएलसी ने अपनी 27 वर्ष की यात्रा में बार-बार यह प्रमाणित किया कि सिर्फ राजा का बेटा ही राजा नहीं बनेगा बल्कि हर विद्यार्थी जो पढ़ेगा व मेहनत करेगा वह सफलता के शिखर तक पहुंचेगा.
सीएलसी सीओओ समर चौधरी ने बताया कि सीएलसी द्वारा नीट, जेईई, एनडीए व प्री फाउंडेशन की तैयारी के साथ ही खुद के सीबीएसई बोर्ड और राजस्थान बोर्ड की स्कूल संचालित किये जा रहे हैं तथा इस समय संस्था हेड ऑफिस सीकर के अलावा अलवर तथा जयपुर में भी उपरोक्त सारे कोर्सेज चला रही है.
सीएलसी एचआर हेड वीरेंद्र चौधरी ने सभी छात्रों, शिक्षकों तथा अभिभावकों का आभार प्रकट किया. इस अवसर पर सीईओ साहिल चौधरी ने सीएलसी परिवार के सभी सदस्यों के साथ केक काटकर अपना जन्मदिन मनाया.
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