100 साल की बुजुर्ग महिला के हार्ट में डाला स्टेंट

बुजुर्ग महिला को मिली नई जिन्दगी

सीकर

सीकर में एक 100 साल की बुजुर्ग महिला के हार्ट में स्टेंट डालकर उसे नई जिंदगी देने का काम चिकित्सकों ने किया है। मामला सीकर के नोबल हार्ट सेंटर का है, यहां पर खेड़ी राडान, बलारां लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र की 100 वर्षीय मरीज माघी देवी 2 दिन पहले सीने में तेज दर्द की पीड़ा  लेकर अस्पताल पहुंची। जिस समय माघी देवी आई थी, उन्हें असहनीय दर्द हो रहा था। जिस पर हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश ओला ने उनकी जांच की और एंजियोग्राफी में हार्ट की नसों में ब्लॉकेज आने पर स्टेंट डालकर रक्त प्रवाह को सुचारू किया। आज 100 साल की माघी देवी का स्वास्थय अच्छा है और उसे चिकित्सकों ने छुट्टी देकर घर भेज दिया है। माघी देवी ने बताया कि जब वह घर से निकली थी तो उसे पता नहीं था की अस्पताल पहुंचेगी भी या नहीं, लेकिन यहां उसका अच्छा इलाज हुआ और आज वह स्वस्थ है।

वहीं हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश कुमार ओला ने बताया कि उनके यहां अभी तक सबसे बुजुर्ग मरीज के रूप में 100 वर्ष की माघी देवी को स्टेंट अर्थात छल्ला लगाया गया है। डॉ. ने बताया कि मरीज के इलाज में उम्र सिर्फ एक नम्बर है।  हार्ट स्टेंट सर्जरी यानी हृदय में छल्ला लगाना बुजुर्ग मरीजों के लिए भी एक सामान्य और सुरक्षित प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया हृदय की धमनियों को चौड़ा करके रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने और दिल के दौरे के जोखिम को कम करने में मदद करती है। उन्होने बताया कि हृदय रोग से बचाव के लिए सावधानियां बरतनी चाहिए, जैसे कि स्वस्थ आहार लेना, नियमित व्यायाम करना और स्वास्थय सम्बंधी समस्या हो तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाईयां लेना।

 

 

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