एकाग्रता और अभ्यास की आदत बन जाए तो सफलता निश्चित : राज्यपाल

शेखावाटी विश्वविद्यालय में दीक्षारंभ समारोह, नई शिक्षा… नए विचार…और विकसित भारत पर चिंतन

सीकर। पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर में बुधवार को दीक्षारंभ समारोह-2025 आयोजित किया गया। मां सरस्वती और पंडित दीनदयाल जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुभारंभ हुआ। समारोह में ‘नई शिक्षा… नए विचार…और विकसित भारत का संकल्प’ विषय पर विद्वतजनों ने अपना उद्बोधन दिया। शेखावाटी वि​वि के कुलगुरु प्रो. (डॉ.) अनिल कुमार राय ने अतिथियों को स्वागत किया। इससे पहले राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हरिभाऊ बागडे ने मीडिया लैब और कम्युनिटी रेडियो ‘रेडियो शेखावाटी 91.2’ का लोकार्पण किया।

दीक्षारंभ समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल बागडे ने नवागंतुक विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विद्यार्थियों में एकाग्रता और अभ्यास की आदत बन जाए तो सफलता निश्चित है। उन्होंने कहा कि टीवी के सामने बैठकर पढ़ाई नहीं हो सकती, क्योंकि वहां एकाग्रता नहीं हो सकती। राज्यपाल बागडे ने नई शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि देश में बौद्विक क्षमता में कमी आई है इसलिए इसे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शेखावाटी विवि का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर है, पंडित जी एक व्यक्ति नहीं, संपूर्ण संस्था थे। उन्होंने गरीबी और अशिक्षा का दूर कर एकात्म मानव दर्शन दिया। राज्यपाल ने गांधीजी, विनोबा भावे, सर्वपल्ली राधाकृष्णन आदि महापुरुषों का उदाहरण देते हुए विद्यार्थियों से कहा कि किताबें पढ़ने के लिए इच्छा शक्ति चाहिए। लक्ष्य प्राप्त करने के लिए श्रम और संयम आवश्यक है। राज्यपाल ने शेखावाटी की धरा की तारीफ करते हुए कहा कि यह पवित्र भूमि है, यहां की धरती ने खूब सैनिक दिए है और सर्वाधिक जवान यहां से ही भर्ती होते है।
विकसित भारत का संकल्प युवाओं पर
सारस्वत अतिथि अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना, नई दिल्ली राष्ट्रीय संगठन सचिव के डॉ. बालमुकुंद पाण्डेय ने कहा कि शेखावाटी विवि ने दीक्षांत समारोह की तरह दीक्षारंभ शुरू कर नवाचार किया है। विकसित भारत का संकल्प आज के युवाओं के कंधे पर है।
वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा पूर्व कुलगुरु, प्रो. (डॉ.) कैलाश सोडाणी ने कहा कि ‘नई शिक्षा… नए विचार’ तभी सार्थक होंगे जब विद्यार्थी अपनी जड़ों से जुड़े रहकर आधुनिकता को आत्मसात करेंगे। यही विकसित भारत का वास्तविक स्वरूप होगा। उन्होंने कहा कि समय और आवश्यक के अनुसार बदलकर अनुसंधान करना चाहिए। हमें स्वदेशी सोच​, चिंतन और खानपान के साथ आगे बढ़ना होगा।
कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष कुलगुरु प्रो. (डॉ.) अनिल कुमार राय ने कहा— दीक्षारंभ जैसे आयोजन विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायी होते हैं। यह केवल प्रवेश की शुरुआत नहीं, बल्कि जिम्मेदार नागरिक बनने का संकल्प है। उन्होंने नए विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए शुभकामनाएं दी।
अंत में कुलसचिव श्वेता यादव ने धन्यवाद व्यक्त किया। इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजेंद्र सिंह, अकादमिक और खेल प्रभारी डॉ आर सी मीना, उपकुलसचिव (सम्बद्धता) रामसिंह सरावग और सम्पदा और सामान्य प्रशासन प्रभारी कन्हैया लाल जांगिड़, उपनिदेशक आईटी पंकज मील समेत विवि के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

मीडिया लैब और ‘रेडियो शेखावाटी 91.2’ का लोकार्पण
राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हरिभाऊ बागडे ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित आधुनिक मीडिया लैब और कम्युनिटी रेडियो ‘रेडियो शेखावाटी 91.2’ का फीता काटकर लोकार्पण किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने लोकार्पण की घोषणा करते हुए शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर कुलगुरु प्रो. (डॉ.) अनिल कुमार राय, डॉ. डीपी सिंह, डॉ, महेश चंद गुप्ता, डॉ अनुपम कुमार राय, मनोज शर्मा और सांभवी श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहें।

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