FRAUD: ग्रामीण डाक सेवक में फर्जी मार्कशीट से लगे नौकरी, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में पकड़े गए 4 युवक

ग्रामीण डाक सेवक भर्ती 2022 में फर्जी मार्कशीट से नौकरी लगे युवक के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया गया है. चारों की मार्कशीट उत्तरप्रदेश बोर्ड की थी.

ग्रामीण डाक सेवक भर्ती 2022 में कैंडिडेट्स का सिलेक्शन दसवीं क्लास के परसेंटेज के आधार पर हुआ था. जिसमें हरियाणा के तीन और राजस्थान का रहने वाला एक युवक फर्जी मार्कशीट से नौकरी तो लग गए, लेकिन जब डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हुए तो उनका झूठ पकड़ा गया. सीकर विभाग के अधिकारियों ने उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया है. 

डाकघर अधीक्षक आलोक कुमार ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट देकर बताया है कि विभाग द्वारा 6 अप्रैल 2022 को सीकर के 66 ग्रामीण डाक सेवकों के लिए नोटिफिकेशन जारी किया. इसमें कैंडिडेट्स का सिलेक्शन दसवीं क्लास के परसेंटेज के आधार पर किया गया. जिसका रिजल्ट 21 जून 2022 को जारी हुआ था.

सीकर में ग्रामीण डाक सेवक की पोस्ट के लिए हरियाणा निवासी संदीप कुमार, हरियाणा निवासी मनीष कुमार, सोनीपत निवासी सुमित कुमार और हनुमानगढ़ निवासी प्रीतम का चयन हुआ. इसके बाद इन चारों के मूल डाक्यूमेंट्स लेकर इन्हें नौकरी के लिए 3 दिन की ट्रेनिंग दिलवाई गई. चारों की मार्कशीट उत्तरप्रदेश बोर्ड की थी. इसके बाद इन्होने नौकरी ज्वॉइन कर ली. चारों की मार्कशीट को वेरिफिकेशन के लिए जब उत्तर प्रदेश बोर्ड भेजा गया तो वहां से जवाब मिला कि मार्कशीट एकदम ठीक है.

लेकिन इसके बाद जब मार्कशीट का अवलोकन जनता से किया गया तो पता चला कि यह फर्जी हो सकती है. इसके बाद डाक विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया. जिन्होंने दोबारा मार्कशीट को वेरिफिकेशन के लिए उत्तरप्रदेश के माध्यमिक शिक्षा क्षेत्रीय कार्यालय भिजवाया गया. जहां से पता चला कि चारों मार्कशीट वहां से अप्रूव्ड नही है. फिलहाल कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 

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