Sikar: सीकर में कमलेश डी. पटेल दो दिवसीय प्रवास पर, हार्टफुलनेस ध्यान पद्धति से करेंगे लाभांवित
Global Teacher Kamlesh D. Patel: पदम भूषण 2023 से सम्मानित हार्टफुलनेस के वैश्विक शिक्षक कमलेश डी. पटेल के सानिध्य में विद्यार्थियों को मानसिक तनाव से दूर करने के लिए ध्यान सत्र में आयोजन किया जाएगा. यह ध्यान सत्र निशुल्क होगा.
Heartfulness: आध्यात्मिकता के क्षेत्र में भारत सरकार से पदम भूषण 2023 सम्मान प्राप्त हार्टफुलनेस के वैश्विक शिक्षक कमलेश डी. पटेल (दाजी) अपने दो दिवसीय प्रवास पर 10 अप्रैल को शिक्षा नगरी सीकर आएंगे. जयपुर रोड़ स्थित लोहिया रिसोर्ट में सोमवार सांयकाल 5:30 बजे क्षेत्र के जिज्ञासुओं को लाभान्वित करने, विद्यार्थियों को मानसिक तनाव से दूर रहने के लिए ध्यान सत्र का आयोजन होगा. कार्यक्रम के जोन 7ई के प्रभारी मेघा राम ने हार्टफुलनेस ध्यान सत्र में जिज्ञासुओं को आमंत्रित करते हुए कमलेश डी. पटेल के सानिध्य का लाभ प्राप्त करने का आग्रह किया. यह ध्यान सत्र निशुल्क है.
मेघा राम ने बताया कि हार्टफुलनेस का ग्लोबल हैडक्वार्टर कान्हा शांति वनम हैदराबाद में है. वर्तमान में संसार भर के 160 से अधिक देशों में हार्टफुलनेस केन्द्रों एवं आश्रमों के प्रबंधन के साथ-साथ कमलेश डी. पटेल चौदह हजार से अधिक सर्टीफाईड ध्यान प्रशिक्षकों के माध्यम से लाखों लोगों को हार्टफुलनेस ध्यान पद्धति से लाभान्वित कर रहे हैं.
वैश्विक शिक्षक कमलेश डी. पटेल का परिचय
भारत सरकार द्वारा आध्यात्मिकता के क्षेत्र में पदम भूषण से सम्मानित कमलेश डी पटेल हार्टफुलनेस के वैश्विक शिक्षक हैं और राजयोग पर आधारित सहज मार्ग पद्धति के अध्यात्मिक मार्गदर्शक हैं. वे व्यापक रूप से दाजी के नाम से जाने जाते हैं. उनकी शिक्षाएं उनके निजी अनुभवों से प्रेरित हैं. उनके द्वारा लिखित दी हार्टफुलनेस वे, डिजाईनिंग डेस्टिनी और दा विजडम ब्रिज बेस्ट सेलिंग बुक्स हैं, जो प्रत्येक व्यक्ति के लिए वर्तमान परिस्थितियों के संदेहों पर स्पष्टता प्रदान करती हैं.
कमलेश डी. पटेल एक नव प्रवर्तक और शोधकर्ता है जो आध्यात्मिकता के आंतरिक संसार तथा विज्ञान के बाह्य संसार दोनों की ही पूरी समझ रखते हैं और चेतना के विकास पर किए अनुभवतीत शोध में वे इन दोनों को सम्मिलित करते हैं. वे मानव अस्तित्व के उद्देश्य की हमारी समझ को एक नए स्तर तक विस्तारित कर रहे हैं, जो मानव इतिहास के इस निर्णायक समय में अत्यंत जरूरी है. वर्तमान में संसार भर के 160 से भी अधिक देशों में हार्टफुलनेस केंद्रों एवं आश्रमों के प्रबंधन का ध्यान रखते हैं और 15 हजार से अधिक प्रमाणित हार्टफुलनेस प्रशिक्षकों का मार्गदर्शन करते हैं जिन्हें उनकी देखरेख में योगिक प्राणाहुती प्रदान करने की अनुमति दी गई है.
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