जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने किया “नन्हें कदम” पुस्तक का विमोचन …
प्रेरणादायक पहल में स्वस्ति फाउंडेशन और डाइट सीकर व्याख्याता नीतू सैन का रहा विशेष योगदान
जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने मंगलवार को महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, मेई की आठवीं कक्षा की चार होनहार छात्राओं द्वारा लिखित पुस्तक “नन्हे कदम” का विमोचन किया। यह पुस्तक न केवल इन छात्राओं की रचनात्मक सोच का परिचायक है, बल्कि समाज के सामने युवाओं के लेखन कौशल को बढ़ावा देने की मिसाल भी पेश करती है।
इस प्रेरणादायक पहल को साकार करने में स्वस्ति फाउंडेशन और डाइट सीकर की व्याख्याता नीतू सैन का विशेष योगदान रहा। इस पुस्तक में महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय मेंई की छात्राएं एवं युवा लेखिकाएं अमशा शेखावत, वर्षा कंवर, रितु वर्मा और तनु मीणा ने अपनी अद्भुत कहानियों और कविताओं के माध्यम से पाठकों के दिलों को छूने का प्रयास किया है। विद्यालय के शिक्षक और इस संकलन के प्रेरणास्त्रोत मयंक शर्मा ने बताया कि डिजिटल युग में जब लेखन का महत्व घटता जा रहा है, ऐसे में इन छात्राओं का साहित्य में रुचि दिखाना गर्व की बात है। यह प्रयास अन्य विद्यार्थियों को भी अपनी प्रतिभा को पहचानने और निखारने के लिए प्रेरित करेगा।
विमोचन समारोह के दौरान जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि यह पुस्तक केवल इन चार छात्राओं की उपलब्धि नहीं है, बल्कि पूरे जिले के लिए सम्मान की बात है। ये नन्हे कदम साहित्य के क्षेत्र में बड़े बदलाव का संकेत हैं। यह पुस्तक अन्य बच्चों को भी बड़े सपने देखने और उन्हें साकार करने की प्रेरणा देगी। डाइट सीकर की व्याख्याता नीतू सैन ने इस पहल को शैक्षिक क्षेत्र में एक नई शुरुआत के रूप में वर्णित किया है। उन्होंने बताया कि स्वस्ति फाउंडेशन के प्रयासों ने बच्चों को लेखन जैसे रचनात्मक क्षेत्र में आगे बढ़ने का एक मंच दिया है, जो उनके व्यक्तित्व विकास में सहायक होगा। नीतू सेन ने बच्चियों को आर्ट किट भेंट करते हुए रचनात्मकता को और निखारने का आह्वान भी किया। उन्होंने बताया कि नन्हे कदम का विमोचन न केवल सीकर जिले के लिए बल्कि सम्पूर्ण शिक्षा जगत के लिए महत्वपूर्ण पहल है। डिजिटल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में बच्चों को लिखने—पढ़ने के साथ ही संस्कृति को बनाएं रखने में ऐसे कदम महत्वपूर्ण है।
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