ताइक्वाण्डो कोच अजय कुमार का एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज नाम, 10.3 सैकण्ड में 234 मार्बल किए थे ब्रेक

एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से दिल्ली कार्यालय से आए सुगाता दास जी, जो एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के ऑफिशियल मेम्बर है, उन्होने रिकॉर्ड अवार्ड देकर ताइक्वाण्डो कोच अजय कुमार का सम्मान किया.

सीकर के सेंट मैरी स्कूल के ताइक्वाण्डो कोच अजय कुमार ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई रिकॉर्ड अपने नाम किए है. हाल ही में उन्हें ताइक्वाण्डो में अपना बेस्ट देने पर एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में जगह बनाने में कामयाबी मिली है. आज एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से दिल्ली कार्यालय से आए सुगाता दास जी, जो एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के ऑफिशियल मेम्बर है, उन्होने रिकॉर्ड अवार्ड देकर ताइक्वाण्डो कोच अजय कुमार का सम्मान किया. कोच अजय कुमार ने बताया कि इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड उन्होने 10 अप्रेल 2018 को बनाया था, जो 1 नवम्बर 2019 को कन्फर्म हुआ. इसके बाद उनका अगला लक्ष्य एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने का था, जिसके लिए उन्होनेे सेंट मैरी स्कूल में 10.3 सैकण्ड में 234 मार्बल ब्रेक कर एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया.

एशिया बुक के लिए उन्होने अप्लाई किया था, जो 21 सितम्बर 2022 को कन्फर्म हुआ. इससे पहले 3 सितम्बर 2016 को उनका नाम गिनीज बुक में भी दर्ज हो चुका है जो हैदराबाद में हुआ था. उस समय ताइक्वाण्डो में एक साथ 900 से ज्यादा कोच ने परफोर्म किया था.

उन्होने बताया ताइक्वाण्डो में मास्टर डिग्री भी ली है, जिसके लिए साउथ कोरिया कोच से ट्रेनिंग ली. वे वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी खेल चुके है, जो साउथ कोरिया में आयोजित हुआ था, उसमें 80 देशो से खिलाड़ियों ने पार्टिसिपेट किया था. यह प्रतियोगिता 2015 में आयोजित हुई, जिसमें उन्होने हैंड ब्रेकिंग में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था.

एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में उनका अब तक का बेस्ट स्कोर 10.3 सैकण्ड में 234 मार्बल ब्रेक का है, जो कि अभी तक कोई भी ब्रेक नहीं कर सका था, इसलिए उनका नाम एशिया बुक में दर्ज किया गया है. 3 अप्रेल 2022 को नेशनल डायमण्ड अवार्ड भी उन्हें मिल चुका है. जो करनाल में एसके मार्षल आर्ट फाउण्डेशन ऑफ इण्डिया की ओर से आयोजित करवाया गया था.

इस प्रतियोगिता में ऑल इण्डिया से 50 कोच ने भाग लिया था, जिसमें राजस्थान से सिर्फ उन्हें इस अवार्ड के लिए चुना गया, यह अवार्ड WWE के रेसलर द ग्रेट खली के हाथों उन्हें मिला. सेंट मैरी स्कूल में उनके द्वारा ट्रेनिंग लिए हुए खिलाड़ी आज जिला स्तर से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतियोगिताओं में मेडल हासिल कर सीकर का नाम रोशन कर चुके है. खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जर्मनी, ब्रिटेन, साउथ कोरिया, मलेशिया, थाईलेण्ड जैसे देशो में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके है.

उनके यहां तक की सफलता में मैनेजर फादर जीजो का हर कार्य में सहयोग रहा है, जिसके लिए उन्होने आभार जताया. साथ ही सपोर्ट करने पर प्रिंसिपल सिस्टर शांति, मैनेजर फादर जीजो, परिवार और खिलाड़ी, अभिभावकों का भी आभार जताया, जिन्होने उन पर इतना विश्वास जताया. उन्होने बताया वे आगे भी ताइक्वाण्डो खेल को अपना बेस्ट देते रहेंगे. 

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