सीकर। देवीपुरा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के सिद्धेश्वर मंदिर प्रांगण में भागवत कथा के अंतिम दिन उद्धव का गोपियों के साथ संवाद में ज्ञान के अहंकार के प्रति होने तथा अगले जन्म में वृंदावन में ही जन्म देना चाहे लता पता ही बना देना। कथा में जरासंध वध, कृष्ण सुदामा प्रसंग, सत्रजीत मणि प्रसंग,श्री कृष्ण के जांबवती, कालिंदी के साथ विवाह एवं अन्य विवाह के प्रसंग सुनाए। कथा में रटे जा राधे राधे भजन पर मेड़ता से आई 84 वर्षीय अनुराधा ठाकुर ने नृत्य से ठाकुर जी को रिझाया। रंग मत डारै रे सांवरिया भजन पर महिलाओं ने सामूहिक नृत्य किया। कथाव्यास ने भागवत कथा दान तथा गोदान के महत्व और उनसे पुण्य लाभ का विस्तार से वर्णन किया।
आज अंतिम दिवस की कथा में महिला श्रद्धालु श्रोताओं की अभूतपूर्व संख्या के अलावा नवलगढ़ नगरपालिका उपाध्यक्ष कैलाश चोटिया एवं उनके साथी गण, झाझड़ सती माता मंदिर पुजारी, एवं सर्व श्री हनुमान सिंह खींची,दीप सिंह शेखावत,ईश्वर सिंह राठौड़,मुरारी लाल शर्मा,दुर्गालाल पारीक, राधाकिशन चोवदार,बाबू लाल शर्मा,त्रिलोकी नाथ खंडेलवाल,महावीर खंडेलवाल,नरेंद्र कौशिक,मदन सोनी,घासी लाल कट्टा,शिव शंकर सिंह,मुरारी गुप्ता,सूरज मल जांगिड़,बाबूलाल जांगिड़,सुख राम चौधरी,परमेश्वर सेन,नथ मल शर्मा,गौरी शंकर शर्मा,उम्मेद सिंह,प्रिय दर्शन कौशिक,यशश्वी राठौड़,बृज बिहारी शर्मा पुजारी इत्यादि श्रोताओं ने पूरे मनोयोग से कथा का रसपान किया। कथा के अंत में श्रोताओं ने भावविह्वल होकर कथाव्यास जी को प्रणाम कर आशीर्वाद प्राप्त किया तथा पुनः शीघ्र पधारने का अनुरोध किया। भगवद भक्त मंडल की ओर से कथाव्यस तथा श्रद्धालुओं के प्रति धन्यवाद एवं आभार प्रगट किया गया।
भवदीय
राधा किशन चोबदार
प्रवक्ता
श्री भगवद भक्त मंडल
देवीपुरा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी
सीकर
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