राजमाता अहिल्या बाई की 300वीं जयंती पर महिला विचार गोष्ठी का आयोजन…

महिलाओं के सामाजिक और ऐतिहासिक योगदान पर चर्चा

रविवार को एसके स्कूल में राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय द्वारा राजमाता अहिल्या बाई की 300वीं जयंती पर महिला विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 500 शिक्षिकाओं ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के ऐतिहासिक योगदान को सम्मानित करना और उनके सशक्तिकरण के लिए जागरूकता बढ़ाना था।

डॉ. दीपिका शर्मा का प्रेरणादायक संबोधन

कार्यक्रम में प्रमुख बौद्धिक वक्ता डॉ. दीपिका शर्मा ने राजमाता अहिल्या बाई होल्कर के जीवन और उनके योगदान पर विस्तार से चर्चा की। डॉ. शर्मा ने कहा कि राजमाता ने न केवल मध्यप्रदेश में बल्कि समग्र भारत में महिलाओं के उत्थान, शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण काम किया। उनका जीवन एक प्रेरणा है, जो हमें अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने की शक्ति प्रदान करता है।

डॉ. सरिता गुर्जर का व्याख्यान

महिला प्रांत प्रमुख डॉ. सरिता गुर्जर ने समाज में महिलाओं की बदलती भूमिका और उनके अधिकारों पर भी विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि महिलाओं को हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने का अवसर मिल रहा है, लेकिन इसके लिए उन्हें खुद को शिक्षित और सशक्त बनाना जरूरी है।

कार्यक्रम की शुरुआत और समापन

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई। जिला मंत्री और कार्यक्रम की अध्यक्ष नीतू शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया, जबकि संचालन डॉ. शारदा चौधरी ने किया। इस आयोजन में सीकर जिले के विभिन्न विद्यालयों की शिक्षिकाओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

Comments are closed.