राजस्थान में जल्द सभी स्टेट हाइवे पर फास्टैग सिस्टम, ऑनलाइन टोल कलेक्शन की दिशा में बड़ा कदम…

प्रदेशभर के टोल बूथों पर फास्टैग सिस्टम लागू होगा, कैश वसूली पर सख्ती

राजस्थान में अगले साल की पहली तिमाही तक सभी स्टेट हाइवे पर टोल कलेक्शन फास्टैग के जरिए शुरू कर दिया जाएगा। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने पीडब्ल्यूडी के प्रमुख शासन सचिव को निर्देश दिए हैं कि जिन टोल बूथों पर फास्टैग सिस्टम अभी तक नहीं लगाया गया है, उन्हें शीघ्र इंस्टॉल किया जाए। इसके अलावा, जिन बूथों पर फास्टैग सिस्टम के बावजूद कैश वसूली की जा रही है, वहां पर भी तुरंत सुधार करने का आदेश दिया गया है।

फास्टैग सिस्टम का विस्तार, 186 टोल बूथों में से 172 पर हुआ इंस्टॉल

राज्य में फिलहाल 74 से ज्यादा स्टेट हाइवे पर 186 टोल बूथ हैं, जिनमें से 172 टोल बूथों पर फास्टैग सिस्टम पहले ही लागू किया जा चुका है। अगले महीने तक 8 और बूथों पर फास्टैग इंस्टॉल कर दिया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि अगले साल की पहली तिमाही तक सभी स्टेट हाइवे पर स्थित टोल बूथों पर फास्टैग सिस्टम लगा दिया जाए।

131 टोल बूथों पर एक साल में हुआ इंस्टॉल, ऑनलाइन कलेक्शन की सुविधा शुरू

पीडब्ल्यूडी के प्रमुख शासन सचिव प्रवीण गुप्ता ने बताया कि पिछले एक साल में 131 टोल बूथों पर फास्टैग सिस्टम इंस्टॉल कर दिया गया है। इनमें से अधिकांश पर ऑनलाइन टोल कलेक्शन की सुविधा शुरू हो चुकी है। वे यह भी कहते हैं कि जिन टोल बूथों पर फास्टैग सिस्टम के बावजूद अभी भी कैश कलेक्शन हो रहा है, वहां जल्द ही ऑनलाइन कलेक्शन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

कैश वसूली को रोकने के लिए सख्त कदम

प्रवीण गुप्ता ने यह भी कहा कि कई टोल ऑपरेटर ऑनलाइन सिस्टम के बाद भी जानबूझकर कैश वसूली कर रहे हैं और सिस्टम को खराब कर रहे हैं ताकि वे अवैध वसूली कर सकें। खासकर वे ऑपरेटर जो अपनी टेंडर अवधि पूरी कर चुके हैं और एक्सटेंशन पर काम कर रहे हैं। ऐसे में पीडब्ल्यूडी ने अब केवल मैनपॉवर पर आधारित टेंडर किए हैं, जिससे टोल बूथों पर केवल मैनेजमेंट का काम होगा और कलेक्शन पूरी तरह से ऑनलाइन होगा। इससे अवैध वसूली पर पूरी तरह से रोक लगेगी और पैसा सीधे सरकारी खजाने में जाएगा।

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