पीएम किसान समृद्धि केंद्रों पर केवल प्रचार, सुविधाओं की कमी: किसानों के लिए योजना का असर घटा…

केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई योजना की वास्तविकता से पर्दा उठा, 90% केंद्रों पर नहीं उपलब्ध सुविधाएं

केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम किसान समृद्धि केंद्र योजना, जो किसानों को समृद्ध बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी, अब केवल प्रचार तक सीमित रह गई है। योजना के तहत किसानों को 10 प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जानी थीं, लेकिन जांच में यह पाया गया कि 90% से ज्यादा केंद्रों पर इन सुविधाओं का अभाव है। केवल 10% केंद्रों पर टीवी उपलब्ध है, और कुछ केंद्रों पर किसानों को पीएम के मन की बात के प्रसारण के दौरान चाय-बिस्किट की सुविधा दी जाती है।

केंद्र सरकार ने इन केंद्रों पर कृषि उपकरण, बीज, खाद, कीटनाशक और कृषि विशेषज्ञ की सेवाएं देने का वादा किया था, लेकिन धरातल पर यह योजना प्रभावी रूप से लागू नहीं हो पाई है। विक्रेताओं और केंद्र संचालकों के अनुसार, इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई है।

सीकर जिले में 371 समृद्धि केंद्र संचालित हो रहे हैं, जिसमें 10 उर्वरक कंपनियों का योगदान है, लेकिन इन केंद्रों पर किसान को आवश्यक सहायता प्राप्त नहीं हो पा रही है। विक्रेताओं ने बताया कि केंद्रों का फिजिकल वेरिफिकेशन और जांच की आवश्यकता है ताकि किसानों को असल में उनकी ज़रूरत की सुविधाएं दी जा सकें।

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