मूंडरू में एनजीओ व एसएचजी की हुई कार्यशाला, आत्मनिर्भर बनने में स्वयं सहायता समूहों की बड़ी भूमिका – मीणा
सीकर में स्वयं सहायता समूह व एनजीओ वर्करर्स की एक दिवसीय कार्यशाला मूंडरू में आयोजित की गई. कार्यशाला में विभिन्न गैर सरकारी संगठन एवं स्वयं सहायता समूहों से जुड़े 35 जनों ने भाग लिया.
नाबार्ड द्वारा आयोजित स्वयं सहायता समूह व एनजीओ वर्करर्स की एक दिवसीय कार्यशाला मूंडरू में पदमश्री जगदीश पारीक की अध्यक्षता में आयोजित की गई. मुख्य अतिथि नाबार्ड के डीडीएम एम. एल. मीणा थे. कार्यशाला संयोजक रामावतार पारीक ने बताया कि कार्यशाला में विभिन्न गैर सरकारी संगठन एवं स्वयं सहायता समूहों से जुड़े 35 जनों ने भाग लिया.मुख्य अतिथि एम. एल. मीणा ने कहा कि देश में महिला उत्थान व सशक्तिकरण में स्वयं सहायता समूहों की अहम भूमिका है. युवाओं को एनजीओ व स्वयं सहायता समूह से जुडकर आत्म निर्भर बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि वर्तमान में नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित स्वयं सहायता समूहों एवं राजीविका द्वारा गठित स्वयं सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे पापड़ मंगोड़ी, सेनेटरी नेपकिन सहित विभिन्न नवाचारों को आर्थिक लाभ प्रदान किए जा रहे है.
पद्मश्री जगदीश पारीक ने जैविक कृषि पर जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में पेस्टीसाइड के अंधाधुंध उपयोग ने देश को बीमारियों का घर बना दिया है. युवाओं को जैविक खेती व बागवानी पर जोर देना चाहिए. इस अवसर पर विभिन्न एनजीओ व स्वयं सहायता समूहों से जुड़े युवाओं व महिलाओं ने विचार व्यक्त किए.
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